कविताएं जीवन का सारांश होती है
अपने पुराने प्यार को फिर से पाकर गदगद हो जाती है।। अपने पुराने प्यार को फिर से पाकर गदगद हो जाती है।।
कोमल अपने वायदे पर खरी नहीं उतरी उसे अपना अहंकार बहुत प्यारा था कोमल अपने वायदे पर खरी नहीं उतरी उसे अपना अहंकार बहुत प्यारा था