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तेरी है जमीन, तेरा ही आसमान बन खुद की निर्देशक ,ऊंची भर उड़ान तेरी है जमीन, तेरा ही आसमान बन खुद की निर्देशक ,ऊंची भर उड़ान
कैसे एक ही शरीर में इतने रंग समाए किसीको मालूम हो तो मुझे बतलाए? कैसे एक ही शरीर में इतने रंग समाए किसीको मालूम हो तो मुझे बतलाए?
विकट परिस्थितियों की आग में तप सोने की तरह कुंदन बन ज्यादा निखर जाती है वो। विकट परिस्थितियों की आग में तप सोने की तरह कुंदन बन ज्यादा निखर जाती है वो।