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हर बार खता कर बैठती है नज़र। हर पल, हर लम्हा तुझे ही ढूंढती है नज़र। हर बार खता कर बैठती है नज़र। हर पल, हर लम्हा तुझे ही ढूंढती है नज़र।
डबल ड्यूटी करने पर भी हंसती खिलखिलाती हैं। डबल ड्यूटी करने पर भी हंसती खिलखिलाती हैं।
स्त्री में सच में बहुत ममता और प्यार होता है जो वह हर दौर में बांटती है । स्त्री में सच में बहुत ममता और प्यार होता है जो वह हर दौर में बांटती है ।
मां गर्व से बलिहारी जाए इतने वीर अपनी कोख से उपजाए मां गर्व से बलिहारी जाए इतने वीर अपनी कोख से उपजाए
तिरंगे पर मिटने वालों को सलाम और उन शहीदों के घरवालों को भी सलाम। तिरंगे पर मिटने वालों को सलाम और उन शहीदों के घरवालों को भी सलाम।