मेरे जीवन का एक रूप "लेखनी" जो भिन्न भिन्न तरह के रंग बिखेरती है ,कभी प्रेम के उत्सव के रंग बिखेरती है ,तो कभी विरह वियोग में अश्रु बहती है , तो कभी वेदना व्यथा का एकाकी जीवन बिताती है , कभी चल देती विघ्नाओ को चुनौती देने , कभी नियति से लड़ती हैं ,कभी गंतव्य को खोजती है , कभी शांत एकाकी जीवन में... Read more
मेरे जीवन का एक रूप "लेखनी" जो भिन्न भिन्न तरह के रंग बिखेरती है ,कभी प्रेम के उत्सव के रंग बिखेरती है ,तो कभी विरह वियोग में अश्रु बहती है , तो कभी वेदना व्यथा का एकाकी जीवन बिताती है , कभी चल देती विघ्नाओ को चुनौती देने , कभी नियति से लड़ती हैं ,कभी गंतव्य को खोजती है , कभी शांत एकाकी जीवन में वापस लौट जाती है ।
मैं " त्रिशिव " भी ऐसा ही जीवन जीता हूं , और उस जीवन मेरी जीवनसंगनी बन के साथ देती मेरी कहानियां ,मेरी कविताएं ,कुछ गजले , तो कभी रंग से भीगे ब्रश कैनवास पर कोई चित्र उकेरने लगते है , तो कभी तन्हाइयो में कुछ गुनगुना लेता हूं ,
क्योंकि मैं कला प्रेमी हूं Read less