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गीला चांद, ठहरी हुई कश्ती में बहते हम, एक हसरत! गीला चांद, ठहरी हुई कश्ती में बहते हम, एक हसरत!
वो जो जाए तो मौसम बारिशों का ख़ुश्क हो जाए। वो जो जाए तो मौसम बारिशों का ख़ुश्क हो जाए।