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हम ना होंगे जुदा हर बार मिलेंगे, फिर से नई सहर में। हम ना होंगे जुदा हर बार मिलेंगे, फिर से नई सहर में।
मन का तार झंकृत कर दे, वो इक हसीँ ख्वाब तुम हो। मन का तार झंकृत कर दे, वो इक हसीँ ख्वाब तुम हो।
तू मेरा मान है बेटी, तू मेरा सम्मान है, तू मेरी आवाज है, तू मेरा अभिमान तू मेरा मान है बेटी, तू मेरा सम्मान है, तू मेरी आवाज है, तू मेरा अभिमान