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साँस आती रही, साँस जाती रही, मैं तुझे गीतों में गुन गुनाता रहा। साँस आती रही, साँस जाती रही, मैं तुझे गीतों में गुन गुनाता रहा।
लब सूखे है बेचैन है दिल, और वक़्त लगा पर उड़ता है, चुप रह कर ही खामोशी से, मैं कैसे सब इकरा... लब सूखे है बेचैन है दिल, और वक़्त लगा पर उड़ता है, चुप रह कर ही खामोशी से,...