शांत, भावुक, शालीन, लेखनप्रिय, यूपीएससी अभ्यर्थी
हाँ, कह सकती हूं मैं तब तक तुझ को देखा भी नहीं पर जब हुआ सामना तेरे अक्स से हाँ, कह सकती हूं मैं तब तक तुझ को देखा भी नहीं पर जब हुआ सामना तेरे अ...
तूने ही तो अपने खून से है मुझे सींचा । तूने ही तो अपने पीले गाढ़े दूध से है मुझे पोषित तूने ही तो अपने खून से है मुझे सींचा । तूने ही तो अपने पीले गाढ़े दूध से है मु...