Working mom & writer by passion
हां एक सपना ज़रूर टूटा था पर ये भी खुशकिस्मती की बात है। हां एक सपना ज़रूर टूटा था पर ये भी खुशकिस्मती की बात है।
जहाँ ना ज़मीरों की पाबन्दियाँ हो दीवाना उसी राह पे चल पड़ा है। जहाँ ना ज़मीरों की पाबन्दियाँ हो दीवाना उसी राह पे चल पड़ा है।