I'm praveen kumar and I love to read StoryMirror contents.
क्यूंकि मुझे प्यार हुआ था उसकी हंसी से , उसके बात करने के ढंग से , उसके बालों से , क्यूंकि मुझे प्यार हुआ था उसकी हंसी से , उसके बात करने के ढंग से , उसके...
आज भी कोई तुम्हारा नाम लेता है न तो मेरा दिल धक्क से रह जाता है आखिर हमें इश्क़ है तुमसे, तुम्हार... आज भी कोई तुम्हारा नाम लेता है न तो मेरा दिल धक्क से रह जाता है आखिर हमें इश्क...