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घर बार छोड़ आए तब भी दुआओं से नवाजा माँ तो माँ थी वो हँसती रही मगर ! घर बार छोड़ आए तब भी दुआओं से नवाजा माँ तो माँ थी वो हँसती रही मगर !
'झूठे वादे कसमे खाकर, रिश्ता कैसे टिक पाएगा ! पूरी शिद्दत से चाह लिया गर, दुश्मन भी तेरे घर आएगा। सब... 'झूठे वादे कसमे खाकर, रिश्ता कैसे टिक पाएगा ! पूरी शिद्दत से चाह लिया गर, दुश्मन...