Programmer by mind, Mother by heart, Writer by soul
घर घर के अंदर पसरा है जंग का एक मैदान ना जाने कितने हिस्सों में टूटा हर इंसान घर घर के अंदर पसरा है जंग का एक मैदान ना जाने कितने हिस्सों में टूटा हर इंसान
हुक्मरान कहते है एक लहर आयी थी आकर चली गयी. हुक्मरान कहते है एक लहर आयी थी आकर चली गयी.