कुछ ख्वाब रूह में इस तरह से घुल जाते हैं, कि उनके होने से ही, खुद के होने का एहसास होता है। न अपना न पराया मन पे इख्तियार रखता है, बस जो मंजर ये ख्वाब दिखाते हैं, वही इस दिल को गुलज़ार लगता है। ©नेहा जिंदल
कुछ रिश्ते इतने आत्मिक , इतने खास होते हैं, कि साथ न होके भी एक दूसरे के बहुत पास होते हैं। ©नेहा जिंदल
इश्क़ के चर्चे तो सुने बहुत होंगे, पर कुछ दोस्त दिल के करीब ऐसे होंगे। सोचा न था तुमसे राब्ता इतना होगा जिन्दगी में हम भी इतने खुशनसीब होंगे। ©नेहा जिंदल
डुबाती हूँ हर रोज़ इस कलम को मुस्कानों की स्याही में, पर न जाने क्यों , ये हर दम गमों का समंदर ही लिखती है। ©नेहा जिंदल
Oh! Cover them up, see they don't spill, Hush! Don't let them make any sound, These are the passions of a carefree girl, Dig the mud deep and bury them slowly inside. ©Neha Jindal
यूँ कैसे आईना देखूँ, बता दे दोस्त तू मेरे, मेरा बस अक्स दिखता है, रूह तो अब भी नदारद है। ©नेहा जिंदल
किस्से भी लिखे मैंने, कहानियाँ भी कई उतारी पन्नों पर, न वो कलम मिली न वो शब्द, जो तेरी तस्वीर उतार देते। ©नेहा जिंदल