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मैं सोचता हूँ, बहुत सोचता हूँ फिर सोचता हूँ कि क्यों सोचता हूँ। मैं सोचता हूँ, बहुत सोचता हूँ फिर सोचता हूँ कि क्यों सोचता हूँ।
इस धरा पर अनगिनत पथ पर ना जाने कितने राही हैं। इस धरा पर अनगिनत पथ पर ना जाने कितने राही हैं।