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वक्त सा बहता हूँ मैं निर्दोष सा रोता हूँ मैं। वक्त सा बहता हूँ मैं निर्दोष सा रोता हूँ मैं।
तुम्हारी गर्माहट मैं वहाँ महसूस कर सकता हूँ। तुम्हारी गर्माहट मैं वहाँ महसूस कर सकता हूँ।
मैं तो बस इंसान का बस इंसान का। मैं तो बस इंसान का बस इंसान का।