Student
गलियों से नदारद कहीं भी चैन ए दीदार न मिला। गलियों से नदारद कहीं भी चैन ए दीदार न मिला।
अविरल बढ़ता हुआ शांत से शोर की ओर अनवरत ये सफर अनजाना। अविरल बढ़ता हुआ शांत से शोर की ओर अनवरत ये सफर अनजाना।