ऐशा मंगल समयी, मुक्ती पावतसे आत्मा। सोडुनी मर्त्य शरीर, अमर होई तो सुखात्मा॥ ऐशा मंगल समयी, मुक्ती पावतसे आत्मा। सोडुनी मर्त्य शरीर, अमर होई तो सुखात्मा॥