दोनों सहेलियां रात देर तक बातें करती रहीं। दोनों सहेलियां रात देर तक बातें करती रहीं।
जाने कौन सी भाषा बोल रहा था साजिद! जाने कौन सी उम्मीद- आकांक्षा में सुन रहे थे ! जाने कौन सी भाषा बोल रहा था साजिद! जाने कौन सी उम्मीद- आकांक्षा में सुन रहे थे !