अब सदियों की परेशानी... सदियों का दुख सोचकर लम्हों के सुख को कैसे छोड़ दे कोई...? अब सदियों की परेशानी... सदियों का दुख सोचकर लम्हों के सुख को कैसे छोड़ दे कोई......