शरीर में वृक नामक अग्नि थी जिस कारण वह जीवित बच गए। शरीर में वृक नामक अग्नि थी जिस कारण वह जीवित बच गए।
“राधानन्दन | तुम खेद न करो) तुम्हें यह शोमा नहीं देता है । “राधानन्दन | तुम खेद न करो) तुम्हें यह शोमा नहीं देता है ।