कुछ निरीह चंचल कुछ खूखार भेडिये.. जो बनें है कलुषित –भावों से अंतर-ग्लानी से कुछ निरीह चंचल कुछ खूखार भेडिये.. जो बनें है कलुषित –भावों से अंतर-ग्लानी से