होम
कहानी
कविता
कोट
ऑडियो
प्रतियोगिताएं
पुरस्कार
अकादमी
खरीदें
About
कम
ज्यादा
Terms & Condition
गोपनीयता नीति"
कोट
Library
Terms & Condition
गोपनीयता नीति"
साइनअप
लॉग इन
फीड
लाइब्रेरी
लिखें
सूचना
प्रोफाइल
निर्जन
कर्मभूमिपरफलकेलिए
साहित्य माध्यम मर्म
प्रयास
आणिनितीमत्ताजिवनाचेहेत्रीसुत्रअंगिकारूनचालतराहणे.हाचजीवनप्रवासहोय.🌸अस्मिताप्रशांतपुष्पांजलि🌸भंडारा
नियोजन
शुभ-संकल्प
धर्म
उद्देश्यपूर्ण
पहचान का मर्म
कितना नहीं बल्कि कैसे जिए
हमारी पहचान
आयुष्य
Hindi
मर्म
Quotes
कर्म ही जीवन कर्म ही लक्ष्य कर्म बिना जग हैं निर्जन
साहित्य ही वो माध्यम है जो एक-दूसरे को जोड़कर रखता है , सही ...
जीवन एक एहसास है... अनभिज्ञ के ज्ञान का, असम्भव की सम्भावना ...
उद्देश्यपूर्ण हो जीवन अपना, सदा ध्यान रखना है ये मर्म। शुभ-स ...
इस दुनिया में हमारी पहचान, आयु न होकर हों हमारे कर्म। कितना ...
00:00
00:00
Download StoryMirror App