STORYMIRROR
उतार-चढ...
उतार-चढ़ाव और...
उतार-चढ़ाव...
“
उतार-चढ़ाव और सुख-दुख,
लाभ-हानि या छांव और धूप।
सूर्योदय और सूर्यास्त से होते हैं,
मानव जीवन के ऐसे ही दो रूप।
@ डी पी सिंह कुशवाहा @
”
311
More hindi quote from Dhan Pati Singh Kushwaha
Download StoryMirror App