“
सुरक्षित नहीं है भैय्या तेरे पास आना, या भिजवाना कंकू-चंदन-रोली।
सुरक्षित नहीं है भैय्या तुझे अपने पास बुलाना, या भिजवाना मिठाई संग रेशम की डोरी।।
सावधानी रखना हैं एक-दूसरे के लिए, बाहर खराब हैं हालात।
तो सोचा इस रक्षाबंधन दे दूं, अपने भैय्या को यादों की ही सौगात।।
”