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सोना पहनने...

सोना पहनने या रखने से मनुष्य निर्मल या शुद्ध नहीं होता है बल्कि विपत्ति,कष्ट,रोग, कठिनाई तथा असफलता की अग्नि में तपकर ही वह सोने जैसा व्यक्तित्व पाता है । -सागर

By सागर जी
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