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संसार के अस्तित्व का मूल कारण संस्कार है,
यदि संस्कार न हो तो संसार कहाँ।
हमारे शुद्ध आचरण ने ही संसार के अस्तित्व को बनाये रखा है,
अन्यथा संसार को शवभूमि बनने में कितनी विलंब हो सकती है।
अतएव संस्कार सुरक्षित रखें,संसार स्वतः सुरक्षित हो जाएगा।
भारत भूषण पाठक"देवांश"🙏🌹🙏
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