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#प्रज्वलित ...

#प्रज्वलित प्रज्वलित हैं स्वप्न मेरे,मेरे नयनों में, स्वरचित हैं स्वप्न मेरे, मेरे नयनों में, तुम्हें नहीं हक़ इन्हें तोड़ो या भरमाओ, संकलित हैं स्वप्न मेरे, मेरे नयनों में। ~सना~

By Jyoti Sagar Sana
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