STORYMIRROR

मुसाफिर में...

मुसाफिर में अकेला, ना कोई गम न कोई पीछे घेला, हमे ना चाहिए कोई क्योंकि, क्या पता कब फिर मिल जाए, उस जैसे धोका देने वाला उसका चेला.. ~कानूड़ी

By Dilasha Vasava
 812


More hindi quote from Dilasha Vasava
162 Likes   0 Comments