STORYMIRROR

कर्म और...

कर्म और पूजा करें संग-संग, कर्म है पूजा का अभिन्न अंग। आस्था संग शांति भाग्य जगाती, बिन कर्म सफलता कभी न आती। @ डी पी सिंह कुशवाहा @

By Dhan Pati Singh Kushwaha
 129


More hindi quote from Dhan Pati Singh Kushwaha
1 Likes   0 Comments
1 Likes   1 Comments
1 Likes   0 Comments
1 Likes   0 Comments
1 Likes   0 Comments