STORYMIRROR

कहीं उड़...

कहीं उड़ रहा है गुलाल तो कहीं रंग बरस रहे हैं पर आज भी मेरा दिल तेरी याद में तरस रहे हैं

By PRAVESH KUMAR SINHA
 293


More hindi quote from PRAVESH KUMAR SINHA
25 Likes   0 Comments
18 Likes   0 Comments
15 Likes   0 Comments
27 Likes   0 Comments
1 Likes   0 Comments