STORYMIRROR

काश के...

काश के आंखों के बाज़ार में आंसुओं की किस्में मिल जातीं ये जो कुछ लोग आंसू बहाने का ढोंग करते हैं, कम से कम पहचान में तो आते। -राज सरगम

By Raj Sargam
 99


More hindi quote from Raj Sargam
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
1 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments

Similar hindi quote from Tragedy