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"जन्म से ही, यदि किसी भी शिशु को
उनके माता- पिता द्वारा उसके... धर्म, जाति, मजहब कि जगह उस शिशु को अच्छे संस्कार दिए, जाए...
तो वह बड़ा होकर, किसी भी धर्म, जाति, मजहब को नही मानेगा।" सभी उसके लिए एक समान होंगे।
तथा वह किसी भी व्यक्ति से भेदभाव नहीं करेंगा। सभी को समान भाव से ही देखेगा।
वह एक अच्छा संस्कारी ही नहीं... अपितु वह एक काबिल इंसान भी कहलाएगा।
...आरती सिरसाट
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