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जब हम किसी परेशानी से गुजरते हैं या कुछ भी हमारे साथ गलत होता है तो हम सुधरने के बजाए बदलने में जल्दी यकीन कर लेते हैं। और हमको लगता है कि खुद को बदल लेना और वैसा बना लेना जैसे सब हैं यही एक रास्ता है।आपको वास्तविक रहना चाहिए। जो जैसे है स्वयं में संपूर्ण है।
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