STORYMIRROR

दुखों के...

दुखों के अंधेरे मिटेंगे नव आशा संग होगी भोर। अगले बरस तेरी बहना सम्मुख होगी संग रक्षा डोर।। रंजना माथुर अजमेर (राजस्थान) मेरी स्वरचित व मौलिक रचना ©

By Ranjana Mathur
 97


More hindi quote from Ranjana Mathur
12 Likes   0 Comments
20 Likes   0 Comments
13 Likes   0 Comments
22 Likes   0 Comments
12 Likes   0 Comments