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दो मांओं के स्नेह पूर्ण शब्दों ने इंसान द्वारा खींचे गए सरहद को कितना बौना बना दिया ! ममत्व कंटीली तारों से घिरे बाड़ को लांघ कर दो मुल्क को कितना समीप ला दिया ... सीमा के उस पार और सीमा के इस पार आंखें नम कर देने वाली यह सद्भावनापूर्ण भावाभिव्यक्ति, दोनों माओं के एक- दुसरे के बच्चे के लिए कही गई वह वाक्य है जिनमें दोनों मुल्कों को फिर से करीब लाने की उम्मीदें बची हुई है
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