STORYMIRROR

दौर कागजी...

दौर कागजी था पर देर तक ख़तों में जज्बात , यादें महफूज रहते थे। आज तो उम्र भर की यादें भी एक उंगली से डिलीट हो जाती है तो जज्बातों का तो कहना ही क्या ।

By Dr. Chanchal Chauhan
 117


More hindi quote from Dr. Chanchal Chauhan
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments