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अपना हाल ए दिल हर किसी के सामने खोल कर मत रखिये
ज़िंदगी है ज़नाब कोई कमरे की खिड़की नहीं..!
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खुली किताब के पन्ने ज्यादा पलटे जाते हैं,
बंद किताबों के पन्ने अक्सर महफूज़ रह जाते हैं।
जिस प्रकार किसी को पूरी तरह तोड़ दे ऐसा कोई दर्द नहीं होता ठीक उसी प्रकार इस दुनिया में हर व्यक्ति हमदर्द नहीं होता।।
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