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आज मेरी जन्मदिन की स्वर्णिम जयंती,
पच्चास के पार चली मेरी जिंदगी जाती,
कुछ खट्टे तो कुछ मीठे स्वादों को सिखाती,
समय समय पर अपने परायें को परख़ाति,
आज हाफ सेंचुरी पार करती ये जिंदगी,
काफी कुछ सीखते सिखाती ये जिंदगी,
बस सबका आशीर्वाद मिला है मुझको,
सबका यूहीं बना रहे आशीर्वाद मुझको,
सबका तेह दिल से आभार व्यक्त करता हूँ,
अपनों-सा अनुभव महसूस आज करता हूँ !
✍🏻 वैष्णव चेतन "चिंगारी"🙏✍🏻
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