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आधुनिक...

आधुनिक साहित्यकार ****************** हाँ मैं छपासीय संस्कृति का आधुनिक साहित्यकार हूँ।अब ये आप की कमी है कि अभी तक आप पुरातन युग में ही जी रहे हैं।अरे भाई जागो,समय बदल गया है।नई संस्कृति जन्म ले चुकी है ,नीति अनीति भूल जाइए, रचना लिखिए, कुछ भी लिखिए।बस पटलों पर प्रतिभाग कीजिए,दस पन्द्रह पटलों पर नई पुरानी रचना भेजिए।रचना के स्तर की चिंता छोड़़िए, सम्मान पत्रों पर नजर रखिये।रचना कोई पढ़े या न

By Sudhir Srivastava
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