माँ और पिताजी के लिए लिखा
माँ और पिताजी के लिए लिखा
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मां के नैनों में कभी ना आने देना आंसू
के मां के नैनो में कभी ना आने देना आंसू,
वो प्यार कितना करती है जान लो जरा,
तुम चाहोगे तो भी नहीं चुका पाओगे
उन आँसुओं की कीमत,
वो बिकते नहीं, उसके आने से समन्दर भी कांप उठते हैं,
कभी ना छोड़ना मां का आंचल,
तुमने कभी चलना सीखा था उनके बिन?
साथ रहना उनके हमेशा,
जरूरत पड़ने पर तुम ही साथ देना,
कदर करलो मां और बाप की।
ईश्वर और अल्लाह के सामने जाने से पहले, मां बाप के आगे मथा टेक और हाथ जोड़ लेना,
और उनको भगवान या अल्लाह का दर्जा दे देना,
नहीं चुका पाओगे मां बाप ने को किया हमारे लिए उसकी कीमत कभी।
