मेरा उपनाम बैसवारी कलम है मेरी लेखनी का उद्देश्य समाज पर प्रभाव डालना हैं कवि को निरन्तर लेखन पर कार्य करना चाहिए एक न एक दिन समाज लेखनी परअग्रसर होगा
This poem shows reality of the some part of society. This poem shows reality of the some part of society.
हर नमाज़ी वक्ता और अल्लाह श्रोता है..! हर नमाज़ी वक्ता और अल्लाह श्रोता है..!