शौक है मेरा लिखना -- और लिखते ही जाना , गर ठहरी कलम मेरी -- तो शब्द सोचते ही जाना , महसूस हुआ कुछ अच्छा -- मधुर तरननुमें रचते ही जाना , उलझ गया गर कहीं -- शब्दों को नया मार्ग देते जाना ,
अब इंसान में इंसानियत कहाँ रही ।सत्य की जगह झूठ,बैर की राहें पकड़ ली ।। अब इंसान में इंसानियत कहाँ रही ।सत्य की जगह झूठ,बैर की राहें पकड़ ली ।।
कहना सिर्फ़ उतना ही जाने जाँ मुझसे ।जितना इस ज़िन्दगी में कर सकती हो ।। कहना सिर्फ़ उतना ही जाने जाँ मुझसे ।जितना इस ज़िन्दगी में कर सकती हो ।।
रिश्तेदारों को मिलती हैं तरक्कियाँ ।।गरीबों को मिलती है रुसवाई ।अमीरों को मिलती हैं ख़ुशियाँ ।।कहीं ल... रिश्तेदारों को मिलती हैं तरक्कियाँ ।।गरीबों को मिलती है रुसवाई ।अमीरों को मिलती ...
hii i am raman sharma hii i am raman sharma
हँसते हँसते फाँसी चढ़ गऐ थे ।। हँसते हँसते फाँसी चढ़ गऐ थे ।।
कहाँ है उनको वक़्त हमें याद करने के लिऐ ,हम तो कुछ भी नहीं हैं उनके लिऐ तमाम उम्र गुज़ार दी मैनें जिसक... कहाँ है उनको वक़्त हमें याद करने के लिऐ ,हम तो कुछ भी नहीं हैं उनके लिऐ तमाम उम्र...
कभी ख़ुशियों का जाना , कभी ग़मों का आना ---सच बहुत से बदलाव आते रहते है ज़िन्दगी में.. कभी ख़ुशियों का जाना , कभी ग़मों का आना ---सच बहुत से बदलाव आते रहते है ज़िन्दगी मे...
कहीं तुम इस पागल आशिक को चाहने तो नहीं लगी........ कहीं तुम इस पागल आशिक को चाहने तो नहीं लगी........
बहुत खुश था मैं जब मैंने तुझे जिन्दगी में चाहा ----गमों की तो कोई खबर ही नहीं थी मुझे यहां* बहुत खुश था मैं जब मैंने तुझे जिन्दगी में चाहा ----गमों की तो कोई खबर ही नहीं थी...
मैं तो दिन-रात तेरे ही ख़्वाब देखता रहा सदा--ना जाने क्यों गमों ने घेर लिया मुझे ज़िन्दगी में* मैं तो दिन-रात तेरे ही ख़्वाब देखता रहा सदा--ना जाने क्यों गमों ने घेर लिया मुझे ...