प्रथम लिखित रचना ' साँझ सवेरे तुझको ही देखें' जिसके साक्ष्य मेरे पास मौजूद हैं, मेरे द्वारा २००६ में लिखी गयी थी, तब तक यह सोचा भी न था कि भावी समय में हिंदी साहित्य की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। न जाने कब धीरे-२ लेखन एक जुनून बनता चला गया, पता ही नहीं चला। लेकिन असल मायने में मुझे उस... Read more
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