Meri Aawaz ek kalam se.........
मैं रीति लिखूँ , कुरीति लिखूँ या लिखूँ निर्मलता गंगाजल का? या चित्रण करूँ भारत माँ के गर्भस्थ मनोरम ... मैं रीति लिखूँ , कुरीति लिखूँ या लिखूँ निर्मलता गंगाजल का? या चित्रण करूँ भारत म...
This poem tells about pain and loneliness. This poem tells about pain and loneliness.
काश ! रस्मों-रिवाजों को सीख जाती वो और अचानक से खिड़की में दिख जाती वो उसके नीचे आने की मैं तकता राहे... काश ! रस्मों-रिवाजों को सीख जाती वो और अचानक से खिड़की में दिख जाती वो उसके नीचे ...
अच्छाई इसमें कुछ नहीं यूँ फँस के रोओगे छोड़ो इसे अब भी सही , क्यों स्वार्थ चुनते हो ?....... अच्छाई इसमें कुछ नहीं यूँ फँस के रोओगे छोड़ो इसे अब भी सही , क्यों स्वार्थ चुनते ...