I'm Disha and I love to read StoryMirror contents.
Share with friendsहर गम हर उदासी से दूरी सी है। तुम हो तो हर कमी पूरी सी है। कोई शक न शुबा है कोई, तुम हो तो हर दुआ पे खुदा की मंजूरी ही है। दिशा"नवोदिता"
फाख़िर हूँ तेरी दरियादिली की मैं, तेरी नवाजिश का नूर हर तरफ देखती हूँ। तुझसे क्या फरियाद करूँ खुदा मेरे, खुद पर सबकी दुआओं का असर देखती हूँ। - दिशा"नवोदिता"
Follow your own instinct... so that if you fall, you wouldn't have anybody to blame..... Because people play blame game and this is the only reason of someone's FALL...... Disha
अल्फ़ाज़ों के धागे से कुछ ख़्वाब बुने हैं। ये मेरे वो अपने हैं जो मैंने खुद चुने हैं। परोसी है आँखों में उम्मीद की बूँदें, पर लगे हैं उम्मीदों के जो मेरे दिल की सुने हैं। .....दिशा
अल्फ़ाज़ों के धागे से कुछ ख़्वाब बुने हैं। ये मेरे वो अपने हैं जो मैंने खुद चुने हैं। परोसी है आँखों में उम्मीद की बूँदें, पर लगे हैं उम्मीदों के जो मेरे दिल की सुने हैं। .......दिशा