रूहानी सकूँ के लिए जरुरी है कि न धारा के साथ बहो न धारा के विरुद्ध, बेहतर है, तिरते रहो- एक सूखे पत्ते की तरह.असम्पृक्त.
भगीरथ
कट्टरपंथ हिन्दू है तो उसे मुस्लिम में दिखाई देगा और अगर मुस्लिम है तो उसे हिन्दू में दिखाई पड़ेगा.
बुढ़ापे की शादी से बच्चे चौंक जाते है बढ़ऊ कहीं सारी सम्पति बुढ़िया को न दे दे.
सत्ता सकारात्मकता की बात भदेस यथार्थ छिपाने के लिए करती है.