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तुम अक्सर ऐसे करती हो, एकपल में अपने पन का एहसास दिलाती हो और फिर हमारें बीच। तुम अक्सर ऐसे करती हो, एकपल में अपने पन का एहसास दिलाती हो और फिर हमारें बीच।
सुबह सूरज की किरणे आँखों पे पड़ी तो नींद खुली । वही खिड़की पे ही सर रख के सो गया था। .. सुबह सूरज की किरणे आँखों पे पड़ी तो नींद खुली । वही खिड़की पे ही सर रख के सो गया थ...