I'm कवि प्रवीण कुमार and I love to read StoryMirror contents.
सितारों की महफ़िल में बदनाम हो गये ! लोग तो आफ़ताब कभी चाँद समझने लगते मगर हम नाम लिखकर भी गुमन... सितारों की महफ़िल में बदनाम हो गये ! लोग तो आफ़ताब कभी चाँद समझने लगते मगर ह...