My name is Surjit Kaur Bhamra. I am a homemaker and I have a great interest and passion for poetry and fine arts.
उसी क्षण तुम्हें बगावत का हक मिल जाता है। उसी क्षण तुम्हें बगावत का हक मिल जाता है।
तेरी राह पर फिसल जाने को जी चाहता है। तेरी राह पर फिसल जाने को जी चाहता है।