10 वर्षों से लेखन कार्य
जिस बगिया को प्रेम से सींचा, वो माली क्यों दूर रहे! जिस बगिया को प्रेम से सींचा, वो माली क्यों दूर रहे!
राम सिया के प्रेम का सेतु राम सेतु कहलाता है! राम सिया के प्रेम का सेतु राम सेतु कहलाता है!
मिले राह में दीन दुखी जो, उनको गले लगा लूंगा, वक्त के मारे हुए जगत में, मिले राह में दीन दुखी जो, उनको गले लगा लूंगा, वक्त के मारे हुए जगत में,